तेरा वैभव अमर रहे----@ राम प्रसाद ( बिस्मिल )

खे लेने दो नाव आज
कल कर पतवार गहे न गहे।
जीवन सरिता में सायद फिर
ऐसी धार बहे न बहे।।
अंतिम सांस निकलने तक
है ''बिस्मिल'' का अभिलाष यही।
तेरा वैभव अमर रहे मां!
हम दिन चार रहे न रहे।।

राम प्रसाद (बिस्मिल)

भारत माता की जय🙏

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